दक्षिण एशिया क्षेत्रीय मानक संगठन (एसएआरएसओ)
एसएआरएसओ सार्क का विशिष्ट निकाय है, जिसे मानकीकरण एवं अनुरूपता मूल्यांकन के क्षेत्र में सार्क सदस्य राज्यों के बीच समन्वय एवं सहयोग प्राप्ति एवं संवर्द्धन के लिए स्थापित किया गया तथा अंतः क्षेत्रीय व्यापार को सुगम बनाने एवं वैश्विक बाजार में पहुँच बनाने के लिए क्षेत्र में सुमेलित मानक विकसित करने के लक्ष्यार्थ है। सार्क सदस्य राज्यों के राष्ट्रीय मानक निकाय एसएआरएसओ के सदस्य हैं।बीआईएसओ एसएआरएसओ में भारतीयों का प्रतिनिधित्व करता है।
एसएआरएसओ की संरचना में निम्नलिखित सम्मिलित है:
शासी बोर्ड – एसएआरएसओ के शीर्षस्थ प्राधिकार तथा इसमें इसकी कार्य-पद्धति से संबद्ध सभी शाक्तियाँ निहित हैं। एसएआरएसओ के सदस्य राज्य एनएसबी के प्रमुख इसके सदस्य हैं। 2016-18 की अवधि में एसएआरएस शासी बोर्ड की अध्यक्षता भारत ने की.
तकनीकी प्रबंध बोर्ड (टीएमबी)- एसएआरएसओ के सभी तकनीकी कार्यों की आयोजना, समन्वयन एवं मॉनिटरिंग के लिए शीर्ष निकाय उत्तरदायी है। इसमें सदस्य राज्यों के प्रत्येक एनएसबी के तकनीकी विशेषज्ञों का प्रतिनिधित्व शामिल है।.
अनुरूपता मूल्यांकन बोर्ड- यह निकाय सदस्यों राज्यों के प्रत्येक एनएसबी से प्रतिनिधित्व सहित एसएआरएसओ के सभी अनुरूपता मूल्यांकन कार्यों की आयोजना, समन्वयन एवं मॉनिटरिंग के लिए उत्तरदायी हैं।
खंडीय तकनीकी समितियाँ – क्षेत्रीय मानकों के विकास संबंधी कार्य छह खंडीय तकनीकी समितियो द्वारा किये जाते हैः
- खाद्य एवं कृषि उत्पाद
- खाद्य एवं कृषि उत्पाद
- भवननिर्माण सामग्री
- रसायन एवं रासायनिक उत्पाद
- इलैक्ट्रिकल, इलैक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी
- अनुरूपता मूल्याकंन
प्रारम्भ से, बीआईएस एसएआरएसओ के मामलों में प्रमुख भूमिका निभा रहा है और अधिसंख्यक सार्क मानकों के विकास में सक्रिय रूप से शामिल है। भारत खाद्य एवं कृषि उत्पाद और जूट, वस्त्रादि और चमड़ा उत्पाद संबंधी एसटीसी की अध्यक्षता करता है। अभी तक एसएआरएसओ ने 11सार्क मानक विकसित किये हैं
एसएआरएसओ संबंधी अधिक विवरण के लिए कृपया www.sarso.bd क्लिक करें।